भेल में घुसा एक ओर गुलदार, वन विभाग ने मंगाया मादा गुलदार का मूत्र, जानिये कारण

कमल खडका।
राजाजी टाइगर रिजर्व की हरिद्वार रेंज से सटे भेल आवासीय क्षेत्र में घुसे एक ओर गुलदार को पकडने के लिए वन विभाग ने पिंजरा लगा दिया है। पिंजरा में ना तो मुर्गा रखा गया है और ना ही कोई बकरी। इन दोनों के अलावा गुलदार को दबोचने के लिए वन विभाग की टीम ने चिडियापुर रेस्क्यू सेंटर से मादा गुलदार का पेशाब मंगाया है। ताकि नर गुलदार को पेशाब से आकर्षित कर उसे पिंजरे में कैद किया जा सके।
एक सप्ताह पहले भी तीन साल के नर गुलदार को भेल के फाउण्ड्री गेट से इसी तरह पकडा गया था। उधर, लगातार गुलदार के भेल क्षेत्र में घुसने से लोगों में दहशत का माहौल है। वन विभाग के मुताबिक एक अन्य गुलदार को भेल के मै​टीरियल गेट के पास देखा गया था। इसी कारण वहां पिजंरा लगाया गया है।
बताया जा रहा है कि वन विभाग ने दो पिंजरे लगाए हैं। एक पिंजरा मै​टीरियल गेट के पास लगाया गया है जबकि दूसरा भेल अस्पताल के पास लगाया गया है। वहीं वन विभाग की टीमें भी लगाई गई है। डीएफओ हरिद्वार आकाश वर्मा ने बताया कि वन विभाग की टीमों को अलर्ट किया गया है। पिछले सप्ताह ही हमने एक गुलदार को पकडा था। जिसे सुरक्षित​ चिडियापुर लाया गया था। अभी एक ओर गुलदार की सूचना मिली है। इसको भी रेस्क्यू करने का प्रयास किया जा रहा है।
गौरतलब है कि राजाजी टाइगर रिजर्व से सटा होने के कारण भेल आवासीय क्षेत्र में आए दिन गुलदार और हाथी आ जाते हैं। 20 साल के एक टसकर हाथी को पिछले माह ही पकड गया था। उसने तीन लोगों की हत्या कर दी थी। हाथी को पकडकर चीला रेंज की रवासन यूनिट में मीटावाली में रखा गया है। हाथी को जंगल में गश्त के उपयोग के लिए तैयार किया जा रहा है।

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