मुस्लिम राष्ट्र पाकिस्तान में शदाणी दरबार ने फहराई धर्म की पताका

Amar Sadani, हरिद्वार।
भारत-पाकिस्तान के बीच विभाजन के बाद से ही खट्टे मीठे संबंध बने चले आ रहे हैं, लेकिन 310 वर्ष पुरानी हिंद और सिंध की सिद्ध पीठ श्री शदाणी दरबार दोनों मुल्कों की सीमाओं और बंधनों को से ऊपर उठकर पाकिस्तान में धर्म की पताका फहराने का कार्य करता चला आ रहा है। फिलहाल भी शदाणी दरबार के नवम पीठाधी संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल महाराज के सानिध्य में भारत से 210 हिंदू तीर्थ यात्रियों का जत्था पाकिस्तान जाकर वहां तीर्थ स्थलों के दर्शन कर रहा है। इससे ना सिर्फ दोनों देशों के हिंदुओं और तीर्थ स्थलों के बीच आत्मीयता से परिपूर्ण जुड़ाव बना हुआ है, बल्कि सद्भाव और भाईचारे का माहौल भी कायम हो रहा है। गुरुवार को डॉ. युधिष्ठिर लाल जी महाराज के 56वें जन्मदिवस पर पाकिस्तान के साथ साथ शदाणी दरबार हरिद्वार में भी भंडारा लंगर व धार्मिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया।


शदाणी दरबार के नवम पीठाधी संत डॉक्टर युधिष्ठिर लाल महाराज के सानिध्य में पाकिस्तान पहुंचे 210 हिंदू तीर्थयात्रियों का जत्था कुल 11 दिनों तक पाकिस्तान में अलग-अलग तीर्थ स्थलों की के दर्शन करेगा। इसके अलावा श्रद्धालु पाकिस्तानी हिंदुओं के साथ सामाजिक सरोकारों में भी हाथ बटाएगा। श्रद्धालु वहां बच्चों का यज्ञ पावती संस्कार, गरीब कन्याओं का विवाह व सामूहिक विवाह कराने के साथ-साथ वहां हिंदू भाइयों में धर्म के प्रति जागरूकता लाने के लिए अलग-अलग शहरों में श्रीमद् भागवत का पाठ हवन यज्ञ भी करेगा।
शदाणी दरबार के सेवादार अमर सदाणी ने बताया कि यह धार्मिक यात्रा भारत पाकिस्तान प्रोटोकोल एग्रीमेंट के अंतर्गत पिछले 35 वर्षों से शदाणी दरबार करता चला आ रहा है। भारत के अनेक संत जिसमें विशेष रूप से कार्ष्णि पीठाधीश गुरु शरणानंद महाराज, मंगलौर उत्तराखंड से महामंडलेश्वर साध्वी मैत्री गिरी, भोपाल से महामंडलेश्वर स्वामी अखिलेश्वरानंद महाराज दिल्ली से महामंडलेश्वर स्वामी राघवानंद जी महाराज, श्री फुंसुख धार्मिक यात्रा कर चुके हैं। प्रसिद्ध कथा वाचक विजय शंकर मेहता द्वारा सिंह पार्क में श्री हनुमान कथा के आयोजन वहां का सर्वसमाज अभी तक भूल नहीं पाया है। शदाणी दरबार की ओर से 2016 में 1947 के बाद प्रथम बार दरबार के संस्थापक सतगुरु साईं सदा राम साहिब की तपोभूमि हयात पिताफी में श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन कराया गया और उसी का प्रमाण है कि आज वहां हिंदू सनातन धर्म की पहचान बने हुए।


2018 की धर्म की यात्रा में भी अनेक संत गण पाकिस्तान गए हैं उनमें वाराणसी से महामंडलेश्वर स्वामी गोविंद आनंद महाराज सहित महाराष्ट्र व अन्य प्रांतों के संत गण शामिल है। गुरुवार का दिन शदाणी दरबार से जुड़े लाखों श्रद्धालुओं के लिए विशेष रहा। पशदाणी दरबार के नवम पीठदीश सन्त डॉ युधिष्ठर लाल जी महाराज ने अपना 56 वां जन्म दिवस प्राचीन सिंध भूमि में भारत व पाकिस्तान के श्रद्धालुओं संग मनाया। पाक में रहने वाले उनके लाखों भक्तगणों के मन में हर्ष व उलास का वातावरण रहा। शदाणी दरबार हरिद्वार के सेवादार अमर लाल शदाणी ने बताया कि इस शुभ अवसर पर महाराज श्री द्वारा वहां अपने जन्म दिवस के दिन गरीब कन्याओं का विवाह और महा हवन यज्ञ का आयोजन कराया गया है। जिसमें लाखों धर्म प्रेमी शामिल हो रहें हैं। हरिद्वार में सप्त सरोवर स्थित शदाणी भक्त निवास में भी गरीब बच्चों व साधुओं को प्रसाद वितरण किया गया।

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