Pod Car Project हरिद्वार में पॉड का प्रोजेक्ट एक बार फिर अधर में लटकता नजर आ रहा है पॉड कर प्रोजेक्ट को अमल में लाने के लिए व्यापारियों गंगा सभा और अन्य स्टॉक होल्डर से बातचीत कर एक राय बनाने में जुटे सीनियर अफसर को उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने चलता कर दिया है।
बताया जा रहा है कि निकट भविष्य में कोई प्रोजेक्ट ना होने के कारण एक सीनियर अधिकारी का भी एक्सटेंशन सरकार बढाने नहीं जा रही है। जिसके मेट्रो रेल कारपोरेशन में उथल पुथल मची है। वहीं एक दो अधिकारी ऐसे हैं जो अपनी जिम्मेदारी को त्याग कर चले गए हैं।
इसी क्रम में पॉड का प्रोजेक्ट के लिए सहमति बनाने के प्रयास कर रहे जनसंपर्क अधिकारी गोपाल शर्मा ने बताया कि उनका कार्यकाल जनवरी तक था और अब उत्तराखंड मेट्रो रेल कॉरपोरेशन ने उनके कार्यकाल को बढ़ाने से साफ इनकार कर दिया है।
कारण बताया गया है कि निकट भविष्य में कोई प्रोजेक्ट ना होने कारण उनका एक्सटेंशन को समाप्त किया जा रहा है। वहीं सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उत्तराखंड रेल कारपोरेशन के गठन से अब तक अधिकारियों के खर्चों और सर्वे और विदेशी यात्राओं पर काफी पैसा खर्च हुआ लेकिन कोई भी प्रोजेक्ट अमल में नहीं आया।
हरिद्वार pod car project महत्वाकांक्षी योजना है बावजूद इसके पिछले दो साल से इस प्रोजेक्ट पर आम सहमति नहीं बन पाई। व्यापारी और स्थानीय लोग pod car project का लगातार विरोध कर रहे हैं. व्यापारी नेता संजीव नैयर ने बताया कि pod car project प्रोजेक्ट के रूट को लेकर व्यापारियों का जबरदस्त विरोध है. इस संबंध में हमने अपना विरोध आला अधिकारियों को पहले ही बता दिया है। पोड कार प्रोजेक्ट किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। जब तक व्यापारियों की तमाम शंकाओं को दूर नहीं किया जाता इस तरह के प्रोजेक्ट पर सहमति बन पाना मुश्किल है।
वही अब पोड कार प्रोजेक्ट में व्यापारियों से सहमति बनाने के प्रयास में जुटे गोपाल शर्मा जो लगातार पिछले 2 साल से हरिद्वार में सक्रिय थे लेकिन pod car project पर सहमति नहीं बन पाई. उधर हाल ही में शासन ने एक लेटर जारी किया था जिसमें उत्तराखंड मेट्रो रेल कारपोरेशन के पोड कार प्रोजेक्ट को लेकर आवश्यक रूप से सहमति बनाए जाने को लेकर पत्र लिखा गया था।
लेकिन अब सहमति बनाने के कार्य में जुटे गोपाल शर्मा को अलविदा कह दिया गया है गोपाल शर्मा ने खुद इसकी जानकारी दी है।