हरिद्वार कोरीडोर को लेकर प्रशासन ने तैयारियां तेज कर दी है। प्लान के अनुसार हरिद्वार कोरीडोर पर करीब तीन हजार करोड़ की लागत से विभिन्न कार्य किए जाएंगे। इसमें भूपतवाला से अपर रोड लेन का निर्माण जिसमें विभिन्न गेट होंगे और फुटपाथ की अलग से व्यवस्था की जाएगी। वहीं वीआईपी पार्किंग, योगा लेन, साइकिल ट्रेक भी बनाया जाएगा। इसको लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। लेकिन स्थानीय व्यापारी इसका विरोध कर रहे हैं। वहीं कांग्रेस इसे निकाय चुनाव में बड़ा मुद्दा बनाने की फिराक में है।
क्या—क्या बनेगा हरिद्वार कोरीडोर
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार हरिद्वार गंगा कोरीडोर बनने के बाद हरिद्वार की सूरत पूरी तरह बदल जाएगी और यहां पर्यटन को बढावा मिलेगा। इसमें सबसे महत्वपूर्ण साबित होगा हरकी पैडी क्षेत्र का विस्तार और अच्छी चौडी सडकें। अतिक्रमण और अवैध निर्माण को खत्म किया जाएगा। जबकि यात्रियों को पैदल चलने के लिए आसान फुटपाथ का निर्माण होगा। इससे दुकानदारी बढेगी।
लक्ष्मणझूला की तरह बनेगा ब्रिज
वहीं ऋषिकेश के लक्ष्मणझूला की तर्ज पर एक सस्पेंशन ब्रिज भी बनाया जाएगा। चर्चा ये है कि ये ग्लास ब्रिज होगा। जो चंडी घाट से होता हुआ सीधे हरकी पैडी के मालवीय द्वीप या सुभाष घाट पर आकर मिलेगा। इससे यहां पर्यटन को बढावा मिलेगा।
योगा लेन, वीआईपी पार्किंग आदि की रहेगी सुविधा
वहीं सडकों की मूलभूत सुविधा के अलावा योगा लेन, वीआईपी पार्किंग, साइकिल ट्रेक भी बनाया जाएगा। इससे पर्यटकों और स्थाानीय लोगों को फायदा मिलेगा। वहीं रिवर साइड फ्रंट उत्तरी हरिद्वार से कनखल तक बनेगा। इसके लिए पूरी तैयारियां की जा चुकी हैं।
हरिद्वार कोरीडोर
बस अड्डा भी होगा चेंज
फिलहाल हरिद्वार में जगह को देखते हुए हरिद्वार बस अड्डे को भी बदलने का प्लान है। इसके लिए जमीन तलाशी जा रही है। हालांकि बस अड्डे को लेकर स्थानीय व्यापारियों ने विरोध जताया है और मांग की है कि इसे शहर से बाहर ना ले जाकर ऋषिकुल में शिफ्ट किया जाए। इस प्रस्ताव को सरकार ने गंभीरता से लिया है और इस पर विचार भी कर रही है। बस अडडा शिफ्ट होगा तो वर्तमान जगह वाहन पार्किंग बनाई जा सकती है।