ऑपरेशन कालनेमी का ‘शंखनाद’: धर्म की आड़ में छिपे 12 ढोंगियों का पर्दाफाश!
अतीक साबरी:-
माननीय मुख्यमंत्री के विजन पर खरी उतरी हरिद्वार पुलिस, SSP के निर्देश पर थाना सिडकुल ने लिखी सफलता की नई गाथा
हरिद्वार (उत्तराखंड), 04 दिसंबर 2025 — उत्तराखंड की धरती को देवभूमि कहा जाता है, लेकिन कुछ धूर्त तत्व धर्म की पवित्रता को ढोंग और धोखाधड़ी से दूषित करने का प्रयास कर रहे थे। अब, माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखंड द्वारा चलाए जा रहे ऐतिहासिक और निर्णायक अभियान “ऑपरेशन कालनेमी” ने ऐसे बहरूपियों का अंत करना शुरू कर दिया है।

इस क्रम में, हरिद्वार पुलिस ने एक अभूतपूर्व और सीधी कार्रवाई करते हुए, थाना प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में, नवोदय नगर क्षेत्र में सक्रिय 12 शातिर बहुरूपी बाबाओं को धर दबोचा है! यह कार्रवाई न केवल कानून व्यवस्था की जीत है, बल्कि आम श्रद्धालुओं की आस्था और विश्वास को बचाने का एक बड़ा कदम है।

ढोंग का साम्राज्य ध्वस्त: जादू-टोना करने वाले 12 कालनेमी गिरफ्तार
ये सभी आरोपी, संत-महात्माओं का पवित्र वेश धारण कर, भोले-भाले लोगों को तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और चमत्कार के नाम पर भ्रमित कर रहे थे। इनकी गतिविधियों के कारण क्षेत्र में न केवल अंधविश्वास फैल रहा था, बल्कि भारी भीड़ जमा होने से सार्वजनिक सुरक्षा और शांति को भी खतरा उत्पन्न हो गया था।पुलिस टीम ने अत्यधिक तत्परता और बुद्धिमत्ता का परिचय देते हुए, इन ढोंगियों को उनके करतूतों के बीच ही गिरफ्तार कर लिया।
हरिद्वार पुलिस के मुखिया (SSP) के कड़े निर्देशों पर की गई यह कार्रवाई, एक स्पष्ट संदेश देती है: देवभूमि में पाखंड, धोखाधड़ी और आस्था का दुरुपयोग बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा!
थाना सिडकुल पुलिस की इस टीम ने इन सभी बहरूपियों को भारतीय न्याय सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 172 के तहत हिरासत में लिया है, जिसके तहत सार्वजनिक शांति भंग करने और भेष बदलकर छल करने वालों पर कड़ी कानूनी कार्रवाई का प्रावधान है।
थाना प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में, उनकी टीम ने सिद्ध किया है कि पुलिस अपराधियों के खिलाफ हर रूप में कार्रवाई करने को तैयार है। यह कार्रवाई उत्तराखंड पुलिस की निगरानी, तत्परता और पेशेवर क्षमता का उत्कृष्ट उदाहरण है।
धर्म और न्याय की जीत: कौन हैं ये 12 बहुरूपिए?
सभी गिरफ्तार आरोपी उत्तराखंड के बाहर के जिलों से आकर हरिद्वार में डेरा डाले हुए थे और छल-कपट का जाल फैला रहे थे। पुलिस ने इनके नाम-पते सार्वजनिक कर दिए हैं ताकि आम जनता ऐसे तत्वों से सचेत रहे।
क्र.सं. नाम मूल निवासी उम्र1. राकेश सिंह सहारनपुर, उ.प्र. 47 वर्ष2. राम सिंह – 65 वर्ष3. जितेंद्र नकुड़, सहारनपुर, उ.प्र. 46 वर्ष4. राजेंद्र नकुड़, सहारनपुर, उ.प्र. 65 वर्ष5. विजेंद्र सिंह मिरजपुर, सहारनपुर, उ.प्र. 70 वर्ष6. गुल्ली सिंह नकुड़, सहारनपुर, उ.प्र. 35 वर्ष7. बबली नकुड़, सहारनपुर, उ.प्र. 40 वर्ष8. ब्रजपाल कोटावाली, बिजनौर, उ.प्र. 40 वर्ष9. विनोद सिंह कोटावाली, बिजनौर, उ.प्र. 30 वर्ष10. संजय सिंह कोटावाली, बिजनौर, उ.प्र. 30 वर्ष11. करतार सिंह बंजारा, सहारनपुर, उ.प्र. 58 वर्ष12. असल सिंह कोटा वाली, बिजनौर, उ.प्र. 60 वर्षनिष्कर्ष:
“ऑपरेशन कालनेमी” के तहत यह कार्रवाई, एक सख्त चेतावनी है कि उत्तराखंड में अब धर्म के नाम पर लूट और पाखंड नहीं चलेगा। हरिद्वार पुलिस की इस सफलता से कानून का इकबाल बुलंद हुआ है और देवभूमि की आस्था सुरक्षित हुई है।



