विकास कुमार।
इन दिनों युवाओं में चिकन खाने का क्रेज बढ रहा है। पुरुषों ही नहीं बल्कि महिलाएं भी चिकन के स्वाद को पसंद कर रही है। लेकिन ये स्वाद इंसानी शरीर में कई बिमारियां पैदा कर रहा है जो घातक साबित हो रही है। खासतौर पर पुरुषों में यौन शक्ति कमजोर होती जा रही है। सीधे तौर पर कहें तो मर्द चिकन खाने से नपुंसक हो रहे हैं। इसके अलावा चिकन कैंसर सहित कई अन्य बिमारियों को भी जन्म दे रहा है। हाल ही के सर्वे में ये खुलासा हुआ है। लेकिन सवाल ये कि आखिर ब्रॉयलर सफेद वाला मुर्गी इतनी घातक कैसे हो रही है।
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जल्दी बडा करने के लिए दी जा रही इंटीबायटिक दवाएं
आमतौर पर मुर्गी का बच्चे को बडा होने में दो महीने का समय लगता है। लेकिन ब्रॉयलर चिकन यानी सफेद वाली मुर्गी जिसे खाने के लिए प्रयोग किया जाता को जल्दी बडा करने के लिए एंटीबॉयोटिक और एस्ट्रायड जैसी दवाएं दी जा रही है। ताकि इनकी मृत्युदर कम हो सके और जल्दी मुनाफा कमाया जा सके। लेकिन, ये दवाएं मुर्गी के मांस के जरिए सीधे इंसानों के शरीर में पहुंच रही है। इससे इंसान शरीर में कई तरह की बिमारियां पैदा हो रही है। जिसमें यौन शक्ति यानी नपुंसकता का आना भी शामिल है। वहीं जिम करने वाले युवा प्रोटीन डाइट के तौर पर चिकन खा रहे हैं। लेकिन इसके बडे नुकसान सामने आ रहे हैं।
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क्या कहते हैं चिकित्सक
हरिद्वार के जाने वाले आयुर्वेदाचार्य और आरोग्य मेडीसिटी हॉस्पिटल कनखल के डायरेक्टर डा. महेंद्र राणा ने बताया कि ये सही है कि अगर मुर्गी को जिंदा रखने और जल्दी बडा करने के लिए दवाएं दी जाएंगी तो उसका असर सीधे तौर पर मुर्गी को खाने वाले पर भी पडेगा। आक्सीटॉक्सीन और अन्य एंटीबायटिक दवाएं मानव शरीर पर गहरा असर डाल रही है। हालांकि, पहले भी इस तरह की रिसर्च सामने आई है और जिस तरीके से यौन संबंधित बिमारियों में इजाफा हुआ है उससे लगता है कि इन रिसर्च में सच्चाई है। उन्होंने बताया कि जो चिकन प्राकृतिक तौर पर बडा होता है यानी देशी मुर्गा या जंगली मुर्गा उसे खाने से फायदा होता है। लेकिन ब्रॉयलर को जिस तरीके से मुनाफे के लिए बडा किया जा रहा है उससे नपुंसकता के अलावा कैंसर और हार्ट संबंधित बिमारियां भी बढेंगी इसमें कोई दो राय नहीं है। चिकित्सक डा. नीरज कुमार ने बताया कि युवाओं में नपुसंकता की समस्याएं ज्यादा आ रही है। हालांकि इसकी कई वजह है लेकिन ब्रॉयलर चिकन भी इसका बडा कारण माना जा रहा है।
