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घोटाले की आरोपी नेत्री को मदन कौशिक ने भाजपा में लाकर दिया था कांग्रेस को बडा झटका


करण खुराना।

हरिद्वार की किट्टी क्वीन गुरुप्रीत कौर और उसके पति संविदर सिंह को विधानसभा चुनाव से एनवक्त पहले भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता किसी ओर ने नही बल्कि शहरी विकास मंत्री मदन कौशिक ने खुद दिलाई थी। इस दौरान कई दूसरे बडे नेता भी मौजूद थे। तब सभी अखबारों ने इस खबर को प्रकाशित किया था और अमर उजाला ने हेडिंग बनाई थी ‘भाजपा ने कांग्रेस को दिया बडा झटका’। हालांकि तब भले ही कांग्रेस को झटका लगा हो लेकिन उससे बडा झटका गुरुप्रीत कौर ने मदन कौशिक और भाजपा को अब दिया है। इस झटके का असर ऐसा है कि भाजपा नेताओं की नींद उडी हुई है। वहीं गुरुप्रीत कौर के सताई जनता अब भाजपा नेताओं से सवाल जवाब कर रही है।

 

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भाजपा की मुसीबत यही नहीं है बल्कि गुरुप्रीत कौर को भाजपा का मंडल उपाध्यक्ष बनाने पर उसका स्वागत भी किया गया और इसमें भी मदन कौशिक मौजूद रहे थे और एक अखबार में छपी खबर में मदन कौशिक का बयान छपा था जिसमें उन्होंने हरिद्वार मण्डल के विस्तार पर शुभकामनाएं देते हुए कहा था ‘कांग्रेस से युवाओं का मोह भंग हो गया है, युवा भाजपा की नीतियों से प्रभावित होकर भाजपा की सदस्यता ले रहे हैं और काले धन को लेकर केंद्र सरकार ने ऐतिहासिक फैसला लिया है’।

 

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लेकिन अब भाजपा अपना पल्ला झाडने में लगी है। जबकि कांग्रेस भी खुद को पाक साफ बताकर भाजपा पर हमलावर होना चाहती है। लेकिन बिल्ली की गर्दन में घंटी कौन बांधेगा इसको लेकर कांग्रेस में सिर फुटव्वल हो रही है।

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भाजपा अब कर रही किनारा
भाजपा के तीन वरिष्ठ नेताओं ने प्रेस वार्ता कर सीधे तौर पर कांग्रेस पर हल्ला बोला है। गुरुप्रीत कौर को भाजपा में शामिल कराने में अहम भूमिका निभाने वाले मदन कौशिक के ‘रथ चालक’ और विधानसभा संयोजक विकास तिवारी ने कहा कि हमनें कभी गुरुप्रीत कौर को भाजपा की सदस्यता नहीं दिलाई और ना ही उसे मंडल उपाध्यक्ष बनाया।

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BJP leaders hold a press conference on Kitty scam issue

 

ये सब कांग्रेस की साजिश थी। गुरुप्रीत कौर को आॅनलाइन सदस्यता कराई गई थी। ये भी कांग्रेस की चाल थी। उन्होंने कहा कि जहां तक बात है कि नेताओं के साथ फोटो सेशन का तो ये एक आम नागरिक भी आ जाए तो उसको मना नहीं किया जाता है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस के पूर्व विधायक और दूसरे नेताओं की कॉल रिकार्डिंग होनी चाहिए ताकि इस मामले में दूध का दूध और पानी का पानी हो सके। हालांकि जब उनसे भाजपा में शामिल होने के सबूतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने जवाब देने से कन्नी काट ली। इस दौरान नरेश शर्मा और मंडल अध्यक्ष कामिनी सडाना भी उपस्थित रही।

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