land fraud in Haridwar two congress leader and saints booked by police

तीन बहनों के जाल में फंस हरिद्वार के कई कारोबारियों ने गवाएं एक करोड़ रुपए, पिता थे बड़े अफसर

कुणाल दरगन।
हरिद्वार के कनखल थाना क्षेत्र में सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर तीन बहनों ने एक करोड़ की ठगी को अंजाम दे दिया। पुलिस ने पीड़ित कारोबारी की शिकायत के आधार पर तीनों बहनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया। वहीं पुलिस को तीनों बहनों की तलाश है, जो फिलहाल फरार चल रही है।

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क्या है पूरा मामला
कनखल थाना प्रभारी शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि कनखल हजारी बाग निवासी रविंद्र ठाकुर पुत्र सीताराम की कनखल दक्ष मंदिर पर प्रसाद आदि की दुकान है और उनका संपर्क 2016 में कनखल के वैष्णवी अर्पाटमेंट में रहने वाली संगीता मुखर्जी उर्फ मीना राय, सुप्रीया उर्फ प्रयिंका और सीमा उर्फ मोनिका राय पुत्रीगण अशोक मुखर्जी उर्फ सुभाष राय से हुआ और जो अक्सर पूजा पाठ के लिए मंदिर आया करती थी। एक दिन संगीता ने रविंद्र से उसकी बेटियों के बारे में जानकारी ली और रेलवे में नौकरी लगाने का आश्वासन दिया। संगीता ने बताया कि उसके पिता अशोक मुखर्जी उर्फ सुभाष राय रेलवे में बड़े अधिकारी थे और 2015 में उनकी मौत के बाद रेलवे में मृतक कोटे से चार लोगों की नौकरी लगनी है। दो पदों पर तो सुप्रीया और सीमा भर्ती होगी, लेकिन दो पद खाली है।

रविंद्र बहनों के झांसे में आ गए। और नौकरी के नाम पर दो बेटियों के लिए रुपये दे दिए। इसके बाद धीरे—धीरे तीनों बहनों ने बताया कि कई अन्य लोगों की भर्तियां भी होनी है। व्यापारी रविंद्र ने 4 पदों के लिए 14.25 लाख रुपये ले लिए। जबकि रविंद्र के परिचित रामचंद्र से छह पदों पर भर्ती के लिए 63 लाख रुपये, रमेश से 1 पद के लिए 1.49 लाख, अरुण पाल से 1 पद के लिए 12.25 लाख, मनीष पाल से 1 पद के लिए 7.12 लाख रुपये ले लिए।
कुल 13 पदों के लिए तीनों बहनों को व्यापारी और उनके परिचितों ने 98 लाख रुपये दे दिए। जब कई सालों तक नौकरी नहीं लगी तो वर्ष 2019 में व्यापारी ने अपने पैसे वापस मांगे। नौकरी ना लगने पर तीनों बहनों ने अपना मोबाइल बंद कर लिया। व्यापारी और उसके परिचित पुलिस के पास गए तो उनकी नहीं सुनी गई और बाद में कोर्ट के आदेश पर गुरुवार को कनखल पुलिस ने तीनों बहनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया।

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बेरोजगार महिला से नौकरी दिलाने के नाम पर आठ लाख ठगे
हरिद्वार: रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगार महिला से 8 लाख रुपए की ठगी का मामला सामने आया है। महिला की शिकायत पर पुलिस ने दोनों ठगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। झबरेड़ा निवासी प्रियंका देवी पत्नी मोहन सिंह हॉल निवासी गाजीवाला श्यामपुर हरिद्वार ने बताया कि उसके पति मोहन सिंह का भाई सोहन सिंह कुलदीप सिंह निवासी एसके ट्रेडर्स देवभूमि टावर राज विहार फेस-3 जगजीतपुर के साथ काम करता है। सोहन सिंह ने भाई मोहन सिंह की मुलाकात कुलदीप सिंह से कराई। महिला बेरोजगार थी। कुलदीप ने महिला के पति मोहन सिंह से आश्वासन दिया कि वह उसकी पत्नी प्रियंका की रेलवे में नौकरी लगवा देंगे।

इसकी एवज में 8 लाख रुपये की डिमांड की है। मामला वर्ष 2019 का था। कुलदीप महिला को डीआरएम मुरादाबाद मंडल कार्यालय ले गया। जहां उसने राजकुमार से मुलाकात कराई। जहां नौकरी की बात पक्की हो गई और राजकुमार ने बताया कि कुछ समय बाद ज्वाइनिंग लेटर आ जाएगा। रुपये देने के बाद 20 फरवरी को चंदौसी रेलवे स्टेशन पर ट्रेनिंग के एक ज्वाइनिंग लेटर महिला के घर पहुंच गया। राजकुमार ने बताया था कि ट्रेनिंग के बाद नियुक्ति स्थाई हो जाएगी। महिला ट्रेनिंग के लिए चंदौसी पहुंच गई। वहां जाकर मालूम हुआ कि ज्वाइनिंग लेटर फर्जी था। बाद महिला को ठगी का अहसास हुआ तो महिला और उसका पति राजकुमार के पास पहुंचा। कुलदीप और राजकुमार दोनों ने रुपये लौटाने से इनकार कर दिया। महिला ने पुलिस में शिकायत की लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। आखिरकार महिला ने कोर्ट का सहारा लिया है। गुरुवार को कनखल पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर दोनों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। इंस्पेक्टर शंकर सिंह बिष्ट ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी है।

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