कुणाल दरगन।
अपने लाइसेंसी रिवाल्वर से खुद को शूट कर सुसाइड करने वाले पेशे से पुजारी विनीत शास्त्री की जड़े भारतीय जनता पार्टी में काफी गहरी थी। भारतीय जनता पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से लेकर आरएसएस के शीर्ष पदाधिकारियों से भी उनकी खासी नजदीकी बताई जाती है। इसकी तस्दीक उनका फेसबुक अकाउंट में कर रहा है।
रविवार को ज्वालापुर की शरद कॉलोनी में खुद को लाइसेंसी रिवाल्वर से गोली मारकर आत्महत्या कर लेने वाले विनीत शास्त्री की मौत से शहर वासी स्तब्ध है। पेशे से पुजारी रहे विनीत की भारतीय जनता पार्टी, आरएसएस एवं नौकरशाही में जबरदस्त पकड़ थी। वे पूजा पाठ के माध्यम से बड़ी हस्तियों से जुड़े हुए थे ।
उनके सोशल मीडिया अकाउंट मे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, आर एस एस प्रमुख मोहन भागवत,सीएम त्रिवेंद्र रावत से लेकर देश के आला नेताओं के साथ उनके फोटो अपलोड हैं। देश के बड़े संतों में शुमार मुरारी बापू से भी उनकी सीधी पहचान थी। हालांकि हर कोई इस बात से हैरान है कि उन्होंने सुसाइड क्यों किया। इस सवाल को लेकर हर कोई अपना दिमाग मथ रहा है। इधर पुलिस ने भी अपनी पड़ताल शुरू कर दी है कि आखिर ऐसी क्या वजह रही थी कि विनीत शास्त्री को आत्महत्या करनी पड़ी।
—————
पहले ही तय हर लिया था सुसाइड करनी है
माना जा रहा है कि विनय शास्त्री ने आत्महत्या करने का प्लान कई दिन पूर्व ही तैयार कर लिया था। रविवार को आत्महत्या करने से पहले उन्होंने आराम से बकायदा सुसाइड नोट लिखा ।इसी दौरान पब्लिक से मिलजुल रहे थे और अपने फोन भी अटेंड कर रहे थे। सुसाइड नोट लिखने के बाद उन्होंने अपने दोनों मोबाइल फोन स्विच ऑफ कर दिए और फिर ऊपर कमरे में जाकर खुद को शूट कर लिया। उनके द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट मोबाइल फोन के नीचे बरामद हुआ । उनकी जेब से पांच जिंदा कारतूस मिले जबकि तीन लोड थे। हरिद्वार। हाई प्रोफाइल सुसाइड केस की जांच कर रही ज्वालापुर पुलिस अब मृतक विनीत शास्त्री के मोबाइल फोन नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड निकालने की तैयारी कर रही है। जिससे कि सामने आ सके कि वह ज्यादा किस व्यक्ति के संपर्क में रहते थे फिर संभवत उनसे पूछताछ पुलिस कर सकती है।