रतनमणी डोभाल/विकास कुमार।
हरिद्वार पुलिस ने दिल्ली और गाजियाबाद से चोरी किए गए एक और डेढ साल के बच्चों को चोरी करने के आरोप में जिस मुश्ताक कादरी को गिरफ्तार किया है, वो खुद दिल्ली जहांगीरपुरी के एक अनाथालय में पला बढा है। पुलिस के मुताबिक पांच साल की उम्र में मुश्ताक के बाप की हत्या कर दी गई थी और इसके बाद उसके रिश्तेदारों ने गरीबी और सुरक्षा के कारणों उसे अनाथालय में भेज दिया था। हालांकि मुश्ताक की मां जिंदा है लेकिन उसकी मानसिक स्थिति ठीक नहीं है और वो भीख मांग कर गुजारा करती है। Prayas children Home Jahagirpuri New Delhi Child Theft case
————————————————
अनाथालय में मुश्ताक ने सीखी तरकीबें
हरिद्वार पुलिस के मुताबिक मुश्ताक पांच साल की उम्र में अनाथालय में आ गया था और अगले कुछ साल दिल्ली के अनाथालयों में रहा। यहां उसने बच्चों को गोद लेने की प्रक्रिया में बारे में सीखा और कई अन्य बातों को भी सीख गया। इसके बाद अनाथालय से बाहर आकर मुश्ताक ने बच्चा चोरी कर बेचने की योजना बनाई। इसके लिए पहले उसने चाइल्ड हैलप लाइन और अनाथालयों के फर्जी दस्तावेज तैयार किए। मुहर, बिल, आईकार्ड आदि तैयार करने के बाद मुश्ताक ने उन परिवारों से संपर्क किया जिनको बच्चा गोद लेना था। इसके बाद उसने बच्चों को चेारी किया।
—————————————
गाजियाबाद और दिल्ली से चोरी किए बच्चे
पुलिस ने बताया कि जून 2022 में मुश्ताक ने गाजियाबाद रेलवे स्टेशन से डेढ साल का बच्चा चोरी किया। इस बच्चे को उसने बदांयू यूपी में महज आठ हजार रुपए में बेच दिया। इसके बाद सितम्बर 2022 में मुश्ताक ने दिल्ली रेलवे स्टेशन से बिहार के एक परिवार को झांसे में लेकर उनका एक साल का बच्चा चोरी कर लिया। बच्चा चोरी करने के बाद उसे देहरादून के एक परिवार को करीब चालीस हजार रुपए में बेच दिया। पुलिस ने दिल्ली के बच्चे को उसके परिजनों को सौंप दिया है लेकिन गाजियाबाद से चोरी बच्चे के परिजनों का अभी पता नहीं चल पाया है।
——————————————
ऐसे आया मुश्ताक गिरफ्त में
पुलिस ने बताया कि बच्चा चोर मुश्ताक ने लक्सर रेलवे स्टेशन से भी एक नाबालिग लडकी को बहलाकर उसके साथ रेप किया। लडकी के परिजनों ने मुकदमा दर्ज कराया। चूंकि आरोपी के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं थी और फिर भी लक्सर पुलिस ने दो माह तक सीसीटीवी कैमरो की मदद से आरोपी की खोजबीन जारी रखी। मुश्ताक कादरी पुत्र अकील अहमद निवासी सिरसौल पट्टी सीताराम बदायूं उत्तर प्रदेश हरिद्वार के सिडकुल में किराए पर रहा रहा था। मुश्ताक ने अपने पास फर्जी दस्तावेजों के अलावा एक डायरी रखी थी जिसमें चोरी किए गए बच्चों की डिटेल और उनको बेचे जाने की जानकारी थी। जब पुलिस ने पूछताछ शुरु की तो मुश्ताक ने बच्चा चोरी की कहानी पुलिस को बयां कर दी।
