हरिद्वार मनरेगा में कथित तौर पर हुए फर्जीवाडे के मामले में हरिद्वार सीडीओ आकांक्षा कोण्डे ने 14 ग्राम विकास अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की है। उनके खिलाफ प्रतिकूल प्रविष्टि करने के निर्देश जारी किए गए हैं। वही ग्राम प्रधानों को भी नोटिस जारी किए गए हैं। गौरतलब है कि मनरेगा के तहत मजदूरों की फोटो मनरेगा पोर्टल पर अपलोड करने थे उनमें फर्जीवाड़ा किया गया था। इस खबर को सबसे पहले हिंदुस्तान अखबार ने प्रकाशित किया था। हिंदुस्तान के पत्रकार आदित्य चौधरी और सागर जोशी ने खोजी खबर के माध्यम से इस फर्जीवाडे का पर्दाफाश किया था जिसके बाद से करवाई प्रचलित है।
हरिद्वार मनरेगा घोटाला
क्या हुआ एक्शन : मनरेगा योजना में कार्य कर रहे श्रमिकों की त्रुटिपूर्ण फोटोग्राफ्स मनरेगा पोर्टल पर अपलोड किये जाने के सम्बन्ध विभिन्न माध्यमों से प्राप्त सूचना के क्रम में विकास खण्डों को एन०एम०एम०एस० के माध्यम से ली जा रही उपस्थिति में अपलोड किये गये फोटोग्राफ्स की जाँच करने के खण्ड विकास अधिकारियों को निर्देश दिये गये थे। साथ ही दोषी सम्बन्धितों पर नियमानुसार कार्यवाही किये जाने के निर्देश दिये गये थे।
तत्क्रम में जाँच उपरान्त दोषी कार्मिकों पर कड़ी कार्यवाही करते हुए 14 ग्राम विकास अधिकारियों को प्रतिकूल प्रविष्टि दी गयी है, 11 ग्राम रोजगार सेवकों की वित्तीय वर्ष 2025-26 की मानदेय की वार्षिक वृद्धि पर रोक लगायी गयी है, सम्बन्धित ग्राम प्रधानों को नोटिस जारी किया गया है एवं मेटों को कार्य से पृथक किया गया है, उप कार्यक्रम अधिकारियों (मनरेगा) पर अर्थदण्ड लगाया गया है। सम्बन्धित कार्यक्रम अधिकारी/खण्ड विकास अधिकारियों को अंतिम चेतावनी जारी की गयी है।
खण्ड विकास अधिकारी स्वयं तथा सहायक खण्ड विकास अधिकारियों, सहायक विकास अधिकारियों के माध्यम से फील्ड में जाकर औचक निरीक्षण करते हुए प्रगति पर चल रहे कार्यों का भौतिक सत्यापन / अनुश्रवण करने के कड़े निर्देश दिये गये हैं और आख्या जनपद स्तर को नियमित रुप से प्रस्तुत करने निर्देश दिये गये हैं।