हरिद्वार में भ्रष्टाचार : 2100 में बिक गया हरिद्वार सिस्टम का विनोद, इस काम के मांग रहा था पैसे, दो हजार से लेकर करोड़ों तक का खेल करने में एक्सपर्ट हरिद्वार का सिस्टम

हरिद्वार में भ्रष्टाचार : 2100 में बिक गया हरिद्वार सिस्टम का विनोद, इस काम के मांग रहा था पैसे, दो हजार से लेकर करोड़ों तक का खेल करने में एक्सपर्ट हरिद्वार का सिस्टम
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हरिद्वार में भ्रष्टाचार उत्तराखंड में सरकारी कार्यालयों में व्याप्त भ्रष्टाचार पर सतर्कता अधिष्ठान ने एक और करारा प्रहार किया है। मंगलौर स्थित सहायक चकबन्दी अधिकारी कार्यालय में तैनात लिपिक विनोद कुमार को ₹2,100/- की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया गया।

✅ शिकायत के बाद बिछाया गया जाल

शिकायतकर्ता ने सतर्कता अधिष्ठान सैक्टर देहरादून को एक शिकायती पत्र सौंपा था, जिसमें आरोप लगाया गया कि उसके भाई ने अपनी बुआ से एक प्लॉट खरीदा था और उसके दाखिल-खारिज की प्रक्रिया के एवज में विनोद कुमार ने रिश्वत मांगी थी। शिकायतकर्ता ने भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई की इच्छा जताई।

हरिद्वार में भ्रष्टाचार

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🚨 ट्रैप टीम ने मौके पर पकड़ा

सतर्कता टीम ने नियमानुसार कार्रवाई करते हुए 4 जुलाई को कुरुड़ी स्थित चकबन्दी कार्यालय में ट्रैप बिछाया। इस दौरान विनोद कुमार को ₹2,100/- की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ पकड़ लिया गया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी के आवास की तलाशी और उसकी संपत्तियों की जांच की जा रही है।

🏅 टीम को मिलेगा पुरस्कार

सफल कार्रवाई पर निदेशक सतर्कता डॉ. वी. मुरूगेसन ने ट्रैप टीम को नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है।