अतीक साबरी:-
पिरान कलियर (हरिद्वार)। धार्मिक और आस्था के केंद्र कलियर शरीफ दरगाह से सटा कलियर नगर पंचायत का वार्ड नंबर 07 पिछले एक साल से स्थानीय प्रशासन की घोर उदासीनता का शिकार बना हुआ है। वार्ड का सबसे महत्वपूर्ण मुख्य मार्ग—जो एक मंदिर के निकट से शुरू होकर कब्रिस्तान तक जाता है—पूरी तरह से निष्क्रिय जल निकासी व्यवस्था के कारण गंदे और दूषित पानी के विशाल तालाब में तब्दील हो चुका है।स्थानीय निवासियों ने जिला अधिकारी हरिद्वार, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट रुड़की, और नगर पंचायत अधिशासी अधिकारी को एक आपातकालीन शिकायती पत्र भेजकर स्थिति को ‘मानवीय त्रासदी’ और ‘स्वास्थ्य आपातकाल’ बताते हुए तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।

महामारी को न्योता देती गंदगी: 365 दिन जलभराव
वार्ड 07 के निवासी एकजुट होकर सामने आए हैं। उन्होंने बताया कि यह जलभराव कोई मौसमी समस्या नहीं है, बल्कि यह पिछले 365 दिनों से लगातार जस की तस बनी हुई है।

स्वास्थ्य जोखिम: सड़क पर जमा इस गंदे और सड़ते पानी में मच्छर, कीटाणु और विषैले तत्व पनप रहे हैं। यह स्थिति स्पष्ट रूप से हैजा, डेंगू, मलेरिया, टाइफाइड और अन्य गंभीर संक्रामक बीमारियों को खुला निमंत्रण दे रही है। निवासियों ने आशंका जताई है कि यदि शीघ्र ही कार्रवाई नहीं हुई, तो वार्ड 07 महामारी की चपेट में आ सकता है।
बच्चों की मजबूरी: स्कूली बच्चे प्रतिदिन इसी दूषित जल से गुजरने को मजबूर हैं, जिससे उनके स्वास्थ्य पर गंभीर खतरा मंडरा रहा है।यासीन, पूर्व प्रधान (कलियर): “यह सिर्फ़ जलभराव नहीं है, यह खुला हुआ नाला है जो हमारे बच्चों के भविष्य और स्वास्थ्य को सीधे खतरे में डाल रहा है। एक साल से शिकायत करने के बावजूद नगर पंचायत ने आँखें मूंद रखी हैं। यह स्थानीय प्रशासन की घोर उपेक्षा का प्रमाण है।”

कब्रिस्तान तक का सफर: धार्मिक भावनाओं को आघातइस समस्या का सबसे संवेदनशील पहलू अंतिम संस्कार से जुड़ा है। जब वार्ड में किसी की मृत्यु होती है, तो शोकाकुल लोगों को जनाजे को कब्रिस्तान तक ले जाने के लिए इसी घिनौने और संक्रामक पानी से गुजरना पड़ता है।यह दृश्य अत्यंत पीड़ादायक और धार्मिक-सामाजिक भावनाओं को आघात पहुँचाने वाला है। निवासियों ने पत्र में दुख व्यक्त किया है कि अंतिम संस्कार जैसे गंभीर और दुखद अवसर पर भी उन्हें इतनी परेशानियों से जूझना पड़ रहा है।
स्थानीय प्रशासन पर गंभीर आरोप
शिकायती पत्र में यह स्पष्ट रूप से कहा गया है कि बार-बार की शिकायतों के बावजूद समस्या का समाधान न होना स्थानीय प्रशासन की घोर उदासीनता को दर्शाता है।वार्ड के प्रमुख लोगों, जिनमें शमसेर, अहसान ठेकेदार, शहजाद ठेकेदार, डॉ. कुर्बान, इनाम, जावेद और मुनीर जैसे नागरिक शामिल हैं, ने मांग की है कि:सर्वोच्च प्राथमिकता पर इस मामले का संज्ञान लिया जाए।उचित और स्थायी जल निकासी व्यवस्था तुरंत सुनिश्चित की जाए।दोषी अधिकारियों के विरुद्ध जवाबदेही तय की जाए जिन्होंने एक वर्ष तक नागरिकों की पीड़ा को नज़रअंदाज़ किया।कलियर नगर पंचायत को अब इस गंभीर मसले पर जल्द से जल्द कार्रवाई करनी होगी। निवासियों ने चेतावनी दी है कि यदि त्वरित समाधान नहीं हुआ, तो वे वृहद स्तर पर आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।




