सभासद नाज़िम त्यागी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट एवं प्रशासक को लिखा कड़ा पत्र, बदहाली के लिए प्रबंधन की घोर लापरवाही जिम्मेदार
अतीक साबरी:-
पिरान कलियर, (हरिद्वार): पिरान कलियर स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह साबिर पाक के प्रमुख राजस्व स्रोत, ‘साबरी गेस्ट हाउस’ की बदहाली ने अब एक गंभीर रूप ले लिया है। नगर पंचायत के सभासद नाज़िम त्यागी ने गेस्ट हाउस के पिछले पाँच वर्षों से पूरी तरह बंद पड़े रहने और जर्जर होने के संबंध में दरगाह के प्रशासक एवं संयुक्त मजिस्ट्रेट को एक कड़ा और विस्तृत शिकायत पत्र सौंपा है।
नाजिम त्यागी ने पत्र में आरोप लगाया है कि दरगाह प्रबंधन की घोर लापरवाही और उदासीनता के कारण, जो गेस्ट हाउस कभी जायरीनों की पहली पसंद था, वह अब पूरी तरह खंडहर में तब्दील हो चुका है, जिससे दरगाह को प्रतिदिन हजारों रुपए का भारी वित्तीय नुकसान हो रहा है।
🛑 मुख्य समस्याएँ: क्यों बंद है गेस्ट हाउस?
शिकायत पत्र में गेस्ट हाउस की वर्तमान दयनीय स्थिति को विस्तार से उजागर किया गया है:
पाँच वर्षों से शून्य बुकिंग:
गेस्ट हाउस का एक भी कमरा पिछले पाँच सालों से किराए पर नहीं चढ़ा है, जिसके कारण दरगाह को राजस्व का भारी नुकसान हो रहा है।बुनियादी सुविधाओं का अभाव: कमरों से बेड (बिस्तर) नदारद हैं। शौचालयों (टॉयलेट) में लोटे, बाल्टी और दैनिक उपयोग का अन्य आवश्यक सामान उपलब्ध नहीं है।जर्जर भवन और पानी टपकना: भवन पूरी तरह जर्जर हो चुका है और बरसात के मौसम में छतों से पानी टपकता है, जिससे कमरों की स्थिति बद से बदतर हो गई है।
🕌 जायरीन हो रहे निराश, महंगे निजी होटलों पर निर्भरता
सभासद नाजिम त्यागी ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि एक समय था जब दूर-दराज से आने वाले जायरीनों के ठहरने के लिए यह गेस्ट हाउस सबसे विश्वसनीय और किफायती विकल्प था। इसकी बदहाली के कारण अब जायरीन मजबूरन निजी और महंगे होटलों में रुकने को मजबूर हैं। इससे न केवल जायरीनों को आर्थिक परेशानी हो रही है, बल्कि दरगाह से उनका सीधा जुड़ाव भी कम हो रहा है।
💬 सभासद नाज़िम त्यागी ने कहा, “यह गेस्ट हाउस दरगाह के राजस्व का एक प्रमुख और विश्वसनीय स्रोत था। इसकी बदहाली सीधे तौर पर दरगाह के विकास कार्यों और रखरखाव को प्रभावित कर रही है।
यह प्रबंधन की घोर उदासीनता का प्रमाण है।”✍️
तत्काल जीर्णोद्धार की मांगसभासद नाज़िम त्यागी ने संयुक्त मजिस्ट्रेट एवं प्रशासक से विनम्र निवेदन किया है कि वे इस गंभीर वित्तीय और आस्था से जुड़े मामले का तत्काल संज्ञान लें। उन्होंने मांग की है कि दरगाह प्रबंधन को तुरंत गेस्ट हाउस का जीर्णोद्धार कराने, आवश्यक सुविधाओं (जैसे बेड, शौचालय सामग्री, मरम्मत) को बहाल करने और इसे जायरीनों के लिए पुनः सुचारू रूप से खोलने का निर्देश दिया जाए, ताकि दरगाह को हो रहे भारी वित्तीय नुकसान को तुरंत रोका जा सके।प्रशासक के त्वरित और सकारात्मक कार्यवाही की अपेक्षा की जा रही है, ताकि ‘साबरी गेस्ट हाउस’ को उसका पुराना गौरव वापस मिल सके।




