this officer done tremendous job to nab notorious robbers gang

ऋषिकुल रेप—मर्डर केस हो या फिर चौधरी डकै​त गिरोह इस अफसर ने जीता सीनियर्स का विश्वास—जनता का दिल


K.D.
पिछले एक दो सालों में हरिद्वार जनपद में कई बडे अपराध हुए हैं जो ना कि पुलिस के लिए सिरदर्द बने बल्कि लॉ एंड आर्डर के लिए भी बडी चुनौती बनकर उभरे। हरिद्वार पुलिस ने अपने होनहार पुलिस अफसरों और कर्मचारियों के बल पर इन सब चुनौतियों से पार पाया लेकिन इन सबमें सीनियर अफसरों के विश्वास पर हर बार खरे उतरे सीओ सिटी अभय सिंह जिन्होंने ​ऋषिकुल में मासूम बच्ची के साथ रेप और हत्या के बाद फरार हुए आरोपी राजीव यादव को गिरफ्तार करने में अहम भूमिका निभाई। वहीं पुलिस की नाक के नीचे से डकैती करने वाले ताउ गैंग के सतीश चौधरी को भी गिरफ्तार कर हरिद्वार ही नहीं उत्तराखण्ड पुलिस का मान बढा दिया। चौधरी डकैत गिरोह को चार दिनों के भीतर पकडने में सीओ सिटी अभय सिंह का अहम योगदान रहा। यही नहीं इसके अलावा कांग्रेस नेत्री पूनम भगत को गिरफ्तार करने का मामला हो या फिर कनखल में बुजुर्ग महिला की हत्या का खुलासा या फिर देहात क्षेत्र में कानून व्यवस्था संभालने का मामला, सभी में सीओ सिटी अभय सिंह अव्वल साबित हुए हैं।
यही कारण है कि मंगलवार को प्रेस वार्ता में एसएसपी सेंथिल अवूदई कृष्ण राज एस ने सबसे पहले सीओ सिटी अभय सिंह की तारीफ की जिनकी अगुवाई में वारदात का खुलासा करते हुए बदमाशों को गिरफ्तार करने में कामयाब मिली है।

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एक लाख का ईनामी थी राजीव यादव, जिसे हरिदार पुलिस ने दबोचा
ऋषिकुल में मासूम बच्ची के साथ रेप और हत्या के बाद से आरोपी राजीव यादव फरार था जो मुख्य आरोपी का मामा था। पूरा शहर उबल रहा था और रोजाना धरने प्रदर्शन हो रहे थे। तब अभय सिंह सीओ मंगलौर थे लेकिन उनकी कार्यशैली को देखते हुए सीनियर अफसरों ने एक बार फिर उन्हें टीम का हिस्सा बनाया। इधर यूपी पुलिस भी राजीव यादव को तलाश कर रही थी। लेकिन सीओ अभय सिंह राजीव यादव को सुल्तानपुर से दबोचने में कामयाब हो गई और इसी के साथ हरिद्वार में रोजाना हो रहे धरने प्रदर्शन खत्म हो सके।

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कांवड और कुंभ में भी निभाई अहम भूमिका
यही नहीं कोरोना काल में जब सरकार ने कांवड यात्रा टाल दी तो सीओ अभय सिंह को नारसन बार्डर की जिम्मेदारी संभालने के लिए भेजा गया। जहां बेहतर तरीके से उन्होंने कमान संभाली और कांवडियों को किसी तरह समझाकर रोकने में कामयाब हुए। इसके अलावा कुंभ मेला में जब एक सीनियर अफसर के साथ मारपीट की घटना पेश आई तो सबसे पहले पहुंचने वाले सीओ अभय सिंह ही थे जिन्होंने मौके पर पहुंच हालात को संभाला। वहीं कुंभ में भी भीड प्रबंधन में उन्होंने योगदान दिया।

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जिसे आठ राज्यों की पुलिस नहीं तलाश पाई उसे सीओ अभय सिंह की टीम ने पकड लिया
वहीं हरिद्वार के सीओ सिटी अभय सिंह के सर्किल में हरिद्वार के इ​तिहास की सबसे बडी डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया। हालांकि उस दिन सीओ सिटी अभय सिंह नैनीताल में कोर्ट की तारीख पर गए थे। घटना के बाद तुरंत लौटे और बदमाशों की धरपकड में लग गए। वहीं शातिर सतीश चौधरी जो आठ राज्यों की पुलिस को गच्चा दे रहा था उसे घटना के चार दिनों में मय माल पकड लिया गया जो सीओ सिटी अभय सिंह की बेहतर समझबूझ और टीम भावना का नतीजा है। जाहिर है कि यही वो कारण है ​जिनके चलते अभय सिंह ना सिर्फ सीनियर अफसरों के विश्वास पर खरे उतरे हैं बल्कि जनता का भी दिल जीतने में कामयाब हुए हैं।

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