K.D.
हरिद्वार, वेस्ट यूपी के कुख्यात ताऊ गैंग के सदस्य सतीश चौधरी, उसके गुर्गे विकास ने तीन दिन हरकी पैड़ी क्षेत्र में झुग्गी झोपड़ी में गुजारकर रैकी करने के बाद ही वारदात को अंजाम दिया था।चर्चा है कि शातिर सतीश चौधरी से लेकर गैंग के पांच सदस्य हत्थे चढ़े चुके है लेकिन विकास अभी गिरफ्त में नहीं आ सका है, जिसकी धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें वेस्ट यूपी से लेकर दिल्ली तक ताबड़तोड़ दबिश दे रही है। दूसरी बड़ी चुनौती लूटे गए जेवरात खरीदने वाले संभवत वेस्ट यूपी के एक सुनार की भी सरगर्मी से तलाश की जा रही है। हरिद्वार पुलिस ने दिनदहाड़े वीवीआईपी जोन में घटी वारदात का खुलासा कर अपनी इज्जत भले ही बचा ली हो लेकिन
रिकवरी न होने पर वारदात का खुलासा फीसा सा ही रह गया है, दूसरी बड़ी बात यह है कि बुलंदशहर के ताऊ गैंग के सदस्य सतीश चौधरी ने बेहद ही शातिराना ढंग से वारदात को अंजाम द ेने का ताना बाना बुना था।
वह खुद अपने गुर्गे विकास के साथ हरकी पैड़ी क्षेत्र में झुग्गी झोपड़ी में ठहरा था और पूरी रैकी की थी। देहरादून के चकराता में उसकी ससुराल बताई जा रही है, जहां भी उसका आना जाना लगाता रहा था। यही नहीं वारदात में शामिल अन्य चेहरे भी आॅटो रिक्शा, बस से लेकर मोटरसाइकिल पर यहां पहुंचे थे। यदि गैंग के दो सदस्य टोल प्लॉजा न क्रॉस करते तब उनका पकड़ा जाना अंसभव नहीं था और सभी के मोबाइल फोन भी जिपं के गेस्ट हाऊस में ही रखे हुए थे। यही नहीं वह शोरुम से एक डीवीआर भी ले गए थे जबकि उनके चेहरे बच गई दूसरी डीवीआर से सामने आ सकें थे। चर्चा है कि पूरा गैंग पुलिस की गिरफ्त में ही है लेकिन रिकवरी न होने के कारण पुलिस का फोकस अभी पूरी तरह से रिकवरी करने पर है। जल्द ही पूरे गैंग का हरिद्वार पुलिस मीडिया के सामने पेश करेगी।
छूट गया था जेवरात से भरा एक बैंग
हरिद्वार, करोड़ों की डकैती में एक नई चर्चा यह भी निकलकर सामने आ रही है कि जल्दबाजी में गैंग के सदस्य जेवरात से भरा एक बैग ले जा ही नहीं सके थे। पुलिस केहत्थे चढ़े डकैतों से हुई पूछताछ में यह बात सामने आई है, अब पुलिस इस हकीकत की तस्दीक करने में जुटी है।
हर वारदात में नए चेहरे
हरिद्वार, ताऊ गैंग के सदस्य सतीश चौधरी का लंबा चौड़ा आपराधिक इतिहास है। प्रदेश के उधमसिंह नगर में भी उसके खिलाफ कई संगीन वारदातों को अंजाम देने के आरोप मे मुकदमें दर्ज है। उसकी खास बात यह है कि वह हर वारदात में नए चेहरों को शामिल करता है जिससे की उन्हें कम हिस्सा ही देना पड़े। हालांकि वह हर बार बड़ी वारदात को अंजाम देता है। अपराध की दुनिया का उसका गुरु ताऊ लंबे समय से जेल में ही बंद है और वह ही अब ताऊ गैंग की कमान संभाले हुए है। यह गैंग लूट एवं डकैती की घटनाओं को अंजाम देने में एक्सपर्ट माना जाता है।