police opened Kartik murder case two arrested by police

बिरयानी से कैसे खुला कार्तिक हत्याकांड, नौकर निकले हत्यारे, 70 लाख में ये बिजनेस करने ​का था प्लान


चंद्रशेखर जोशी/विकास कुमार।
घर के एक लौते चिराग बहादराबाद निवासी कार्तिक कुमार की हत्या उसकी ही लैब पर काम करने वाले लैब टेक्नीशियन और ट्रेनी युवक ने की थी। हत्या 70 लाख रुपए की फिरौती मांगने के लिए की गई थी, जो मांगी भी गई लेकिन पुलिस तक जानकारी पहुंचने के बाद कार्तिक के दोनों नौकर बच नहीं पाए। पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर कार्तिक का शव भी बरामद कर लिया है।

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शराब पार्टी के बाद की हत्या
बहादराबद निवासी कार्तिक रामधाम कालोनी में अनिका पैथोलोजी लैब चलाता था और शिव मंदिर चौक बहादराबाद अपने घर से 12 जनवरी को सुबह ​निकला था लेकिन उसके बाद वो घर नहीं आया। कार्तिक की लैब पर ही शहादत अली और निपेंद्र कुमार दोनों निवासी बिजनौर उत्तर प्रदेश काम करते थे। शहादत अली लैब टेक्नीशियन था और उसने निपेंद्र के साथ मिलकर कार्तिक के अपहरण, हत्या कर 70 लाख रुपए की फिरौती मांगने का प्लान बनाया। दोनों एक महीने से तैयारी कर रहे थे। 12 जनवरी को दोनों ने कार्तिक को शहादत के दादुपुर में किराए के कमरे में ले गए और वहां शराब पार्टी करने के दोनों ने कार्तिक की हत्या कर दी और उसका शव बोरे में रख दिया। इसके बाद उन्होंने कार्तिक के फोन से कार्तिक की मां को 70 लाख रुपए की फिरौती के बदले छोडने के लिए फोन किया था।

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आलम की मुरादाबादी बिरयानी से कैसे खुला राज
बहादराबाद थाना प्रभारी नितेश कुमार के मुताबिक कार्तिक के मोबाइल से रानीपुर सेक्टर छह बेरियर शराब के ठेके, मुरादाबादी बिरयानी सेन्टर व कृष्णा ट्रेडर्स को पैसा पेटीएम करने की बात सामने आई। जांच में शराब के ठेके के पास लाल शर्ट वाला युवक देखा गया। इसके बाद मुरादाबादी बिरयानी के कैमरे में युवक साफ दिख गया। हालांकि तब शहादत साथ ही था और कार्तिक को कब्जे में लेने के बाद दोनों ने जुर्म कबुल कर लिया और पुलिस ने बाथरूम में बोरे में रखा शव भी बरामद कर लिया। जिसे दोनों नाले में बहाने का प्लान कर रहे थे।

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70 लाख से दोनों लैब खोलने का बना रहे थे प्लान
शहादत और निपेंद्र दोनों बिजनौर के रहने वाले हैं और तीन महीने पहले ही काम पर लगे थे। दोनों को कार्तिक की माली हालत ठीक लगे और चूंकि घर का एक लौता लडका होने के नाते और मां बाप के सीधे पन कोदेखते हुए दोनों आरोपियों ने कार्तिक के अपहरण की योजना बनाई। हालांकि पहचाने जाने के डर से वो हत्या पहले ही कर चुके थे लेकिन 70 लाख लेकर दोनों चंपत हो जाते और अपनी लैब खोलना चाहते थे। लेकिन इससे पहले पुलिस ने दोनों के अरमानों पर पानी फेर दिया।

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