Haridwar News हरिद्वार के कुंभ क्षेत्र में किए जा रहे खनन कार्य को लेकर गंगा और पर्यावरण संरक्षण के लिए आवाज बुलंद करने वाली संस्था मातृ सदन के ब्रह्मचारी दयानंद ने अनशन शुरु कर दिया है। उन्होंने अनिश्चतकालीन के लिए भोजन का त्याग कर दिया है और सिर्फ जल ग्रहण कर रहे हैं। वहीं प्रशासन ने अपने पुराने बयान को दोहराते हुए दावा किया है कि रिवर ड्रेजिंग बाढ़ नियंत्रण के लिए जरुरी है और ये नियमानुसार किया जा रहा है।
क्या बोले मातृ सदन के स्वामी
मातृ सदन और प्रशासन के बीच शुक्रवार को बैठक हुई थी जिसमें मातृ सदन ने सुप्रीम और हाई कोर्ट के आर्डर को आधार बनाते हुए कुंभ क्षेत्र में किसी भी प्रकार के खनन का विरोध किया था। खासतौर पर मातृ सदन का तर्क था कि व्वसायिक आधार पर किए जाने का रिवर ड्रेजिंग खनन ही है। Haridwar News
इसलिए इसे तुरंत रोका जाना चाहिए। वहीं सुराज सेवा दल के रमेश जोशी ने भी अधिकारियों से तीखे सवाल किए थे। जबकि प्रशासन का तर्क था कि ड्रेजिंग नियमानुसार है और बाढ नियत्रंण का नदी का बहाव सुचारु रखने के लिए जरुरी है। शुक्रवार की वार्ता बेनतीजा रहने के बाद ही ये तय हो गया था कि मातृ सदन आंदोलन की राह अख्तियार करेगा।
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अब आगे क्या
मातृ सदन के अनशन के बीच कुंभ क्षेत्र के बैरागी कैंप और चंडीघाट में ड्रेजिंग कार्य जारी है जिसे मातृ सदन अवैध तरीके से किया गया खनन बता रहा है। इस मामले में कोर्ट में भी डेट नियत हैं सुनवाई जल्द होगी तो इस पूरे प्रकरण का पटापेक्ष हो सकता है। लेकिन मातृ सदन के अनशन का लंबा रिकार्ड रहा है। ऐसे में अनशन कितना लंबा चलेगा और क्या सिस्टम इसे गंभीरता से लेगा ये आने वाला समय ही बताएगा।
खनन पर उदासीन हरिद्वार
खनन होने ना होने के बीच हरिद्वार की जनता उदासीन है। खनन होने के पक्ष में ये तर्क दिया जा रहा है कि हरिद्वार की जनता को इससे नुकसान होगा। वहीं खनन ना होने का तर्क दिया जा रहा है कि इससे गंगा और पर्यावरण को भारी नुकसान होगा। लेकिन हरिद्वार की जनता इस मामले में उदासीन रवैया अपना रही है। ऐसा लगता है कि हरिद्वार के लोगों को खनन हो या नहीं इसकी कोई परवाह नहीं है। Haridwar News