खोए हुए मोबाइल वापस मिले: हरिद्वार पुलिस ने दिया आमजन को ‘खुशी का तोहफा’ -‘
अतीक साबरी:-हरिद्वार: आमजन की सेवा और सुरक्षा के लिए सदैव तत्पर हरिद्वार पुलिस ने एक बार फिर अपनी कार्यकुशलता और संवेदनशीलता का परिचय दिया है। कोतवाली गंगनहर पुलिस ने एक विशेष अभियान के तहत, विभिन्न कंपनियों के लगभग 8 लाख 68 हज़ार रुपये बाजार कीमत के खोए हुए मोबाइल फोन बरामद कर उनके असली मालिकों को लौटाए। यह न केवल पुलिस की तकनीकी दक्षता का प्रमाण है, बल्कि आम नागरिकों के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को भी दर्शाता है।

प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी की पहल
यह सफलता सीधे तौर पर कोतवाली गंगनहर के प्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी के दूरदर्शी नेतृत्व और कड़ी निगरानी का परिणाम है। श्री भंडारी ने श्रीमान वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए, खोए हुए मोबाइल की शिकायतों को गंभीरता से लिया। उनकी पहल पर, पुलिस टीम ने CIER पोर्टल (Central Equipment Identity Register) जैसे आधुनिक और प्रभावी उपकरणों का सहारा लिया। भंडारी के नेतृत्व में की गई इस त्वरित और सटीक कार्रवाई ने न सिर्फ चोरी/खोए हुए मोबाइलों को ढूंढ निकाला, बल्कि जनता के बीच पुलिस के प्रति विश्वास को भी मजबूत किया है।

मनोहर भंडारी जी का यह कार्य दिखाता है कि एक कर्मठ अधिकारी किस प्रकार जन-केंद्रित पुलिसिंग को हकीकत में बदल सकता है।खुशी से चमके चेहरेदिनांक 05.12.2025 को जब मोबाइल स्वामियों को उनके बहुमूल्य गैजेट्स (जिनमें एप्पल, सैमसंग, वीवो, रियलमी, ओप्पो जैसी नामी कंपनियों के फोन शामिल थे) वापस मिले, तो उनकी खुशी का ठिकाना न रहा। मोबाइल केवल एक उपकरण नहीं होता; इसमें लोगों की यादें, महत्वपूर्ण डेटा और कामकाजी संपर्क होते हैं। अपने खोए हुए ‘डिजिटल लाइफ’ को वापस पाकर, इन नागरिकों के चेहरों पर जो संतुष्टि और आभार की झलक दिखी, वही हरिद्वार पुलिस के लिए सबसे बड़ा इनाम था।
सभी स्वामियों ने हरिद्वार पुलिस और विशेष रूप से कोतवाल मनोहर भंडारी जी की टीम का हृदय से धन्यवाद व्यक्त किया।
सफल पुलिस टीमप्रभारी निरीक्षक मनोहर भंडारी के नेतृत्व में इस सराहनीय कार्य को अंजाम देने वाली टीम में वरिष्ठ उपनिरीक्षक दीप कुमार, कांस्टेबल नितिन, और महिला कांस्टेबल फूलो राय शामिल थीं। इस टीम ने दिखाया कि तालमेल और आधुनिक तकनीकी का उपयोग करके पुलिसिंग के मुश्किल लक्ष्यों को भी आसानी से हासिल किया जा सकता है।
कोतवाल मनोहर भंडारी और उनकी टीम को यह असाधारण कार्य करने के लिए आमजन और वरिष्ठ अधिकारियों की ओर से ढेर सारी प्रशंसा मिल रही है। यह सफलता अन्य थानों के लिए भी प्रेरणा का स्रोत है।



