अतीक साबरी:-
पिरान कलियर (हरिद्वार)। उत्तराखंड के सबसे बड़े धार्मिक तीर्थ स्थलों में से एक, विश्व प्रसिद्ध पिरान कलियर दरगाह, पर पाखंड और अंधविश्वास फैलाने वालों के खिलाफ हरिद्वार पुलिस ने अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई की है। माननीय मुख्यमंत्री उत्तराखण्ड द्वारा संचालित “ऑपरेशन कालनेमी” अभियान के तहत, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (SSP) हरिद्वार के कड़े आदेशों पर, पिरान कलियर पुलिस ने 24 नवंबर 2025 को एक विशेष अभियान चलाकर 20 बहुरूपिये बाबाओं को गिरफ्तार किया है।

आस्था के केंद्र में पाखंड का धंधापिरान कलियर दरगाह लाखों जायरीनों के लिए गहरी आस्था और विश्वास का केंद्र है, जहां हर दिन हजारों श्रद्धालु देश-विदेश से आते हैं। पुलिस की विशेष गश्त के दौरान यह सामने आया कि कुछ बहुरूपिये बाबा, भेष बदलकर, दरगाह क्षेत्र में तंत्र-मंत्र, जादू-टोना और अंधविश्वास का सरेआम प्रदर्शन कर रहे थे।
पुलिस ने बताया कि ये तथाकथित बाबा राहगीरों और जायरीनों को अपनी ओर आकर्षित कर भीड़ जमा कर रहे थे, जिससे पवित्र धार्मिक स्थल के माहौल में असंतोष और उग्रता की प्रबल संभावना बन रही थी।
SSP हरिद्वार के नेतृत्व में कार्य कर रही पिरान कलियर पुलिस टीम ने जायरीनों की सुरक्षा और दरगाह की पवित्रता बनाए रखने के लिए तत्काल कार्रवाई करते हुए इन सभी 20 ढोंगी बाबाओं को हिरासत में लिया।
BNSS की धारा 172(2) के तहत गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए सभी 20 अभियुक्तों पर भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता (BNSS) की धारा 172(2) के तहत कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
यह कार्रवाई स्पष्ट संदेश देती है कि देवभूमि उत्तराखंड में धार्मिक आस्था की आड़ में पाखंड और अवैध गतिविधियों को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
अंतर-राज्यीय गिरोह का पर्दाफाश
गिरफ्तार किए गए बहुरूपिये बाबा केवल स्थानीय नहीं हैं, बल्कि ये एक अंतर-राज्यीय नेटवर्क का हिस्सा प्रतीत होते हैं। ये सभी व्यक्ति उत्तर प्रदेश, राजस्थान, झारखंड, हरियाणा, गुजरात, दिल्ली, बिहार और पश्चिम बंगाल सहित विभिन्न राज्यों से संबंधित हैं।
कलियर एसओ रविन्द्र कुमार ने बताया कि इस अभियान का उद्देश्य धार्मिक स्थलों पर आने वाले श्रद्धालुओं को ऐसे ठगों से बचाना और शांति व्यवस्था सुनिश्चित करना है। हरिद्वार पुलिस का यह “ऑपरेशन कालनेमी” ढोंगी बाबाओं के विरुद्ध लगातार जारी रहेगा।


