Uttarakhand Police पौड़ी पुलिस ने गढवाल मोटर्स आनर्स यूनियन लिमिटेड में हुए करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश किया है। इस मामले में 9 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें पूर्व पदाधिकारी और कर्मचारी शामिल हैं। कोतवाली प्रभारी निरीक्षक रमेश तनवार ने बताया कि बीते 5 मार्च को जीएमओयूलि कंपनी के मैनेजर विजय पाल सिंह ने कोतवाली में एक तहरीर दर्ज कराई थी।
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पुलिस ने तहरीर के आधार पर जीएमओयू लिमिटेड के पूर्व अध्यक्ष, मैनेजर, अकाउंटेंट समेत 9 व्यक्तियों के खिलाफ कंपनी के पैसों के गबन करने का मामला संबंधित धाराओं में मामला दर्ज कर लिया। इंस्पेक्टर रमेश तनवार ने बताया कि एसएसपी लोकेश्वर सिंह ने उक्त गबन की घटना को गंभीरता से लेते हुए अभियुक्तों की गिरफ्तारी के लिए टीम गठित करने के लिए निर्देशित किया गया।
घोटाले का तरीका
अभियुक्तों ने सुनियोजित षडयंत्र के तहत फर्जी बिल और वाउचर्स तैयार कर करोड़ों रुपये का गबन किया। इसमें पेट्रोल पंप बिल्डिंग, कंप्यूटर मरम्मत, फर्नीचर मेंटेनेंस, दान-पूजा, बिजली-पानी खर्च जैसे तेल और पानी के खर्च जैसे मदों में फर्जी बिल शामिल हैं।
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मृत कर्मचारियों को जीवित दिखाकर निकाली गई धनराशि
अभियुक्तों ने मृत कर्मचारियों को जीवित दिखाकर उनके और फर्जी हस्ताक्षर बनाकर मोटी धनराशि निकाली। पुलिस ने अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है और उन्हें माननीय न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक कार्यवाही की जा रही है।
गिरफ्तार अभियुक्त
- जीत सिंह पटवाल (पूर्व अध्यक्ष)
- ऊषा सजवान (पूर्व जनरल मैनेजर)
- अश्वनी कुमार रावत (पूर्व कैशियर)
- मंजीत सैनी (सहायक लेखाधिकारी)
- अशोक कुमार (चैकिंग सैक्शन में बाबू)
- मुकेश कुमार (कैशियर सहायक)
- राजेश चन्द्र बुडाकोटी (प्रधान कार्यालय का कार्यवाहक कैशियर)
- वीरेन्द्र खन्तवाल (पेट्रोल सैक्शन क्लर्क)
- राकेश मोहन त्यागी (लिपिक बिल सैक्शन)