विकास कुमार।
देहरादून के क्लेमंनटाउन थाना क्षेत्र में स्थित एक निजी नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती लडकियों का यौन शोषण केंद्र का मैनेजर कर रहा था। नशे की गिरफ्त में कैद लडकियों को यहां नशे की लत से आजादी दिलाने के लिए लाया जाता था लेकिन नशा मुक्ति केंद्र में ही नशे के बदले लडकियों के जिस्म का सौदा हो रहा था। नशा मुक्ति केंद्र की पोल तब खुली जब चार लडकियों केंद्र की डायरेक्टर को कमरे में बंद कर भाग निकली और पुलिस को शिकायत की। इसके बाद पुलिस नेे केंद्र की संचालिका विभाग सिंह, मैनेजर विद्यादत्त रतूडी को गिरफ्तार कर लिया है। लडकियों की उम्र 19 से 26 साल के बीच थी। भर्ती लडकियों में से दो यूपी और एक हरिद्वार की बताई जा रही है। girls were raped after giving drug in drug rehabilitation center in Dehradun uttarakhand
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मैनेजर ही देता था स्मैक, बाथरूम में करती थी लडकियां नशा
पुलिस के मुताबिक नशा मुक्ति केंद्र में नशे की लत से परेशान 22 युवक और युवतियों को रखा गया था। इनमें 17 युवक थे जबकि पांच युवतियां भी थी। केंद्र से भागी एक लडकी ने बताया कि शुरुआती एक महीने में सब कुछ ठीक रहा। लेकिन, एक दिन उसे शक हुआ कि बाकी लडकियां बाथरूम में काफी समय बीताती है। जब उसने दूसरी लडकियों से पूछा तो उन्होंने बताया कि वो नशा करती है और उन्हें ड्रग्स केंद्र का मैनेजर ही देता है। यही नहीं ड्रग्स के बदले लडकियों को सेक्स करने के लिए फोर्स किया जाता था। इसके बाद वो भी इस चंगुल में फंस गई। पीटा जाता था, नुकेले स्टूल पर घंटो बिठाया जाता था। लडकियों ने ये भी बताया कि केंद्र में जरा जरा सी बात पर उनको पीटा जाता था। घंटों नुकेले स्टूल पर बिठाया जाता था।
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आरोपी मैनेजर खुद भी था नशे का आदी
आरोपीने मैनेजर विद्यादत्त रतूडी ने पुलिस को बताया कि परिवार के साथ कानपुर में रहता था। वहीं पर उसे शराब की लत लग गई थी। उसे अजबपुर स्थित नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती कराया गया था। यहां उसकी जान पहचान अच्छी हो गई। विभा भी शराब पीने की आदी थी। ऐसे में दोनों की अच्छी दोस्ती हो गई। नशा मुक्ति केंद्र में ही दोनों को स्टाफ तौर पर रख लिया गया। इसके बाद फरवरी 2021 में उन्होंने इस नशा मुक्ति केंद्र की शुरूआत की।
Nasha chadne ke liye sampark kare
Bina rupaye kharch kiye