विकास कुमार।
सत्तारुढ़ दल के दो विधायकों के चहेते स्टोन क्रशर की कारगुजारियों की लिस्ट बेहद ही लंबी है। एक स्टोन क्रशर भले ही जिला प्रशासन ने सीज कर दिया हो लेकिन लक्सर क्षेत्र के एक दूसरे गांव में स्थित दूसरे स्टोन क्रशर पर अवैध खनन की भयावह तस्वीर साफ देखी जा सकती है। पूरे का पूरा इलाका ही खोदकर रख दिया गया है। अगर जिला प्रशासन ने कार्रवाई के लिए दम भरा तो जुर्माने की रकम तय करने में पसीने छूटना तय है लेकिन विधायकों की कृपा से स्टोन क्रशर स्वामी करोड़ों की चांदी काट चुका है और अभी भी बेधड़क अवैध खनन को अंजाम देने में जुटा है।
विधायक जी चचा है हमारे शीर्षक नाम से खबर प्रकाशित होने के बाद जिला प्रशासन ने पूरी तरह से अवैध रुप से चल रही तीन क्रशरों पर कार्रवाई की थी। क्रशर सीज कर दिए गए थे। न तो उनके पास एनओसी थी और न ही भंडारण की अनुमित थी लेकिन फिर भी वह पूरे इलाके को खोदकर अवैध खनन कर क्रशर का संचालन करने में जुटे थे।
क्रशर पर लगाई गई जुर्माने की एक करोड़ की रकम को कम करने के लिए क्रशर स्वामी ने अपने विधायक चचा का कुर्ता पकड़कर दुबारा से पैमाइश कराने का दांव चला है लेकिन अभी दांव फिट नहीं बैठा है। इस क्रशर पर तो अवैध खनन का नंगा नाच हुआ ही है लेकिन महतौली गांव में दूसरे क्रशर पर भी अवैध खनन का नजारा देखते ही बनता है।
क्रशर से लगी कई बीघा भूमि को खोदकर अवैध खनन कर करोड़ों के वारे न्यारे किए गए है और अभी भी दबंगई से अवैध खनन जारी है। जिला प्रशासन के हरिद्वार एवं लक्सर के अफसर भी रोजाना ही मलाई चाटते है, उनकी बला से क्रशर स्वामी अपनी मनमानी करता रहे क्योंकि विधायकों से भी वे पंगा मोल लेना नहीं चाहते है और दूसरा मलाई चाटने को भी मिल रही है।
विधायक चच्चा हैं हमारे: सारे भतीजे अवैध खनन में ही क्यों जुटे हैं, क्यों सिस्टम टालता रहता है कार्रवाई
Share News