अतीक साबरी।
चरस तस्करों के बीच में पैसों के लेन देन का विवाद पुलिस के लिए मुसीबत का सबब बन गया। असल में एक तस्कर ने पुलिस को एक लाख लूट की झूठी सूचना दे दी। इस पर कलियर पुलिस ने नाकाबंदी कर लूटेरों की तलाश की लेकिन जांच में मामला आपसी विवाद का निकला, वो भी चरस को लेकर था। पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिरफतार कर लिया है। साथ ही इनके कब्जे से चरस भी बरामद की है। वहीं एक अन्य मामले में भी पुलिस ने चरस तस्कर को धर दबोचा।
कलियर थाना प्रभारी प्रकाश पोखरियाल ने बताया कि शनिवार दोपहर को सुशील कुमार निवासी कोटा मुरादनगर ने पुलिस को सूचना दी कि वो किसान है और बाइक सवार एक युवक ने उसकी आंखों में मिर्च डालकर एक लाख रुपए की लूट कर दी। यही नहीं बदमाश खुद को घिरता देख वहां से अपनी बाइक छोड भाग गया। इस पर पुलिस के आला अधिकारी मौके पर पहुंच बदमाश की तलाश में जुट गए। काफी पसीना बहाने के बाद जांच में पता चला कि मामला लूट का नहीं बल्कि आपसी विवाद है।
असल में सुशील कुमार का अपने ही गांव के निवासी अंजुम पुत्र अयूब से चरस के लेन देन को लेकर विवाद चल रहा था। सुशील कुमार को एक लाख रुपए देना था और इसी को लेकर विवाद हुआ। धनौरी के पास पहुंचने पर दोनों में कहासुनी हुई और सुशील ने लूट की झूठ सूचना दे दी। पुलिस ने सुशील कुमार और अंजुम को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं दूसरी ओर पुलिस ने अरविंद कुमार पुत्र सुमेरचंद निवासी झबरेडा को भी चरस के साथ गिरफ्तार किया है। इन तीनों के कब्जे से करीब एक किलो से अधिक चरस बरामद की गई है।
चरस तस्करों ने पुलिस को लूट की झूठी सूचना पर दौड़ाया, हुए गिरफ्तार
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