चंद्रशेखर जोशी।
उत्तराखण्ड के हरिद्वार जनपद में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां एक पति ने अपनी पत्नी का फर्जी मेडिकल बनाने वाले सरकारी डॉक्टर को नौकरी से बर्खास्त करा दिया। डॉक्टर पर आरोप है कि मामूली विवाद के बाद उसकी पत्नी मेडिकल कराने गई थी और डॉक्टर ने फर्जी तरीके से गंभीर चोटें दिखाकर मेडिकल बना दिया था, जो कि बाद में गलत पाया गया था।
इसके बाद पीडित पति ने डॉक्टर की करतूतों की शिकायत स्वास्थ्य विभाग से की थी। इसके बाद डॉक्टर की खामियों को देखते हुए उन्हें नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। यही नहीं डॉक्टर पर शिकायकर्ता के भाई से मारपीट का आरोप भी लगा था। डा. राजपाल सिंह मंगलौर में तैनात था।
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क्या था मामला
पीडित पति परवेज आलम पुत्र वहीन निवासी शिवदासपुर तेलीवाला जो रूडकी आईआईटी से एमटेक करने के बाद पीएचडी कर रहे हैं का अपनी पत्नी से कुछ विवाद हो गया था। इसके बाद डा. राजपाल सिंह ने उनका फर्जी मेडिकल बना दिया। परवेज की शिकायत के बाद डा. राजपाल सिंह के मेडिकोलीगल बनाने पर रोक लगा दी गई थी। इसी दौरान डा. राजपाल सिंह ने सीएमओ कार्यालय में परवेज के भाई जावेद पर जांच के दौरान हमला कर दिया था। इस मामले में डा. के खिलाफ सिडकुल थाने में मुकदमा भी दर्ज है। अब सीएमओ डा. सरोज नैथानी ने डा. राजपाल सिंह की सेवाएं समाप्त कर दी है। डा. राजपाल सिंह को संविदा पर रखा गया था। डा. सरोज नैथानी ने बताया कि डा. राजपाल को नोटिस जारी किया गया था। लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। इसके बाद उनके खिलाफ टर्मिनेशन की कार्रवाई की गई है।