चंद्रशेखर जोशी।
गांव के सीधे—सरल लोगों का विश्वास जीतकर उन्हें ठगने वाले शातिर गिरोह के आरोपी को हरिद्वार पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस का दावा है कि आरोपी ने अतर सिंह पुत्र धर्म सिंह निवासी गांव मामोर थाना कैराना जिला शामली उत्तर प्रदेश की हत्या भी इसी आरोपी ने की थी। ये हत्या महज ढाई हजार रुपए की लूट के लिए की गई थी। पुलिस ने बताया कि पहले तो आरोपी ने अतर सिंह को विश्वास में लिया और उसके बाद गंगा घाट ले जाकर उसे गंगा में धक्का दे दिया और पैसा व मोबाइल लूट कर भाग गया।
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क्या थी घटना
सीओ सिटी अभय सिंह ने बताया कि अतर सिंह को अपने गांव से निकलकर हरिद्वार स्नान करते हुए देहरादून स्थित अपने पोते दीपक कुमार के पास जाना था। ट्रेन में सफर के दौरान अतर सिंह की मुलाकात सेठ पाल उर्फ सेठा पुत्र मानसिंह उम्र 52 निवासी ग्राम मल्हीपुर थाना रामपुर मनिहारान, उत्तर प्रदेश से हुई। सेठ पाल ने पहले अतर सिंह का विश्वास जीता और फिर चाय में नशीला गोलियां मिलाकर पिला दी। लेकिन, अतर सिंह को नशीली चाय का कोई असर नहीं हुआ। इस पर सेठ पाल ने अतर सिंह को किसी भी तरह लूटने का प्लान बनाया और रेलवे स्टेशन से उतरतर उनके साथ चल दिया। दोनों यहां से बिरला घाट पहुंचे, जहां रात करीब ग्यारह बजे सेठ पाल ने अतर सिंह को गंगा नदी में धक्का दे दिया और उनका सामान व मोबाइल लूट कर भाग गया। इसके बाद अतर सिंह के परिजनों ने उनकी गुमशुदगी दर्ज कराई।
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ऐसे हुआ खुलासा
नगर कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि अतर सिंह को तलाशने के लिए पुलिस ने हरिद्वार की सभी धर्मशालाओं और आश्रमों की खोजबीन की। लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पाया। लावारिश शवों से भी शिनाख्त की गई। इसी बीच के दौरान सीसीटीवी फुटेज से अतर सिंह के साथ सेठ पाल को जाते हुए देखा। लेकिन सेठ पाल को कोई पहचानता नहीं था। हालांकि पुलिस ने अतर सिंह का मोबाइल सर्विलांस पर लगाया हुआ था। कुछ दिन पहले अतर सिंह का मोबाइल में सिम डाला गया। इस पर पुलिस सीधे यूपी पहुंच गई। एक आरोपी को पकडा दूसरे को पकडा आखिरकार पुलिस सेठ पाल तक पहुंच गई। सेठ पाल से पूछताछ में अपना जुर्म कबूल कर दिया। हालांकि अभी तक पुलिस को अतर सिंह का शव बरामद नहीं हुआ। लेकिन पुलिस ने इस घटना का खुलासा करके कई लोगों की जिंदगी बचा ली है।