चंद्रशेखर जोशी।
उत्तराखण्ड एसटीएफ और आर्मी इंटेलिजेंस ने संयुक्त कार्रवाई कर देहरादून में सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर बेरोजगार युवकों को पाकिस्तान, अफगानिस्तान, दुबई व अन्य खाडी देशों में नौकरी के लिए भेजने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने इसमें सेना के एक पूर्व कर्मचारी को भी दबोचा है, साथ ही आर्मी के फर्जी दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं। जांच में ये भी फर्जी पासपोर्ट तैयार करने की भी बात सामने आई है। वहीं पुलिस आंतकी संगठनों की भूमिका को लेकर भी गहनता से जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि अब तक कई युवाओं को इसी तरह विदेश भेजा जा चुका है और पुलिस उन सबकी जांच में जुट गई है।
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कैसे आए पकड़ में
एसटीएफ एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि एसटीएफ को इनपुट मिला था कि, देहरादून में कुछ लोग सेना से सम्बन्धित दस्तावेज फर्जी तरीके से तैयार कर लोगों को विदेश भेज रहे हैं तथा उन्हें फर्जी तरीके नौकरियाँ दिलवा कर धोखाधडी कर रहे हैं। शुरुआती जांच के बाद 20 जनवरी को एसटीएफ एवं आर्मी इन्टेलीजेन्स की संयुक्त टीम ने दूधलीरोड, मोथरोवाला स्थित इन्द्रपुरी फार्म से विक्की थापा को गिरफ्तार किया। विक्की थापा के कब्जे से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज बरामद हुए। विक्की थापा ने बताया कि जोहड़ी गाँव में रघुवीर सिंह नाम के एक व्यक्ति है जो इसी प्रकार से सेना के फर्जी दस्तावेज बनाकर लोगो को विदेश भेजने का काम करता है तथा इसके एवज में लोगों से भारी धन वसूलता है।
इसके बाद एसटीएफ ने विक्की की निशानदेही पर थाना राजपुर क्षेत्र के जोहड़ी गांव में रघुवीर सिंह के घर पर गये तथा उससे पूछ-ताछ की गई । गहनता से पूछ-ताछ करने पर रघुवीर सिंह ने अपने घर के एक कमरे में रखे बैड के अन्दर से सेना से सम्बन्धित कुछ दस्तावेज, 20 मोहरे व 90 सेना की पुस्तिका जिनमें से पुस्तकें 44 भरी हुई थी, बरामद की गई ।
रघुवीर सिंह ने पूछ-ताछ के दौरान बताया कि उसके द्वारा सेना के यह दस्तावेज भैरवदत्त कोटनाला की बंजारावाला स्थित ओम जय श्री प्रिन्ट एण्ड स्टेशनरी नाम की प्रिन्टिंग प्रेस से तैयार कराये जाते हैं। इसके बाद पुलिस ने भैरवदत्त के घर पर जाकर उससे प्रिन्टिंग प्रेस के बारे में पूछ-ताछ की गई एवं उसके प्रिन्टिंग प्रेस के कम्पूयटर की जाँच पड़ताल से सेना के फर्जी दस्तावेजों की प्रिन्टिंग इस प्रेस में होने की पुष्टि हुई एवं वहाँ पर ली गई तलाशी पर प्रिन्ट हुई सेना की कुछ पुस्तके भी बरामद की गई।
पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर अब तक लगभग 100 से अधिक लोगों को विदेश भेजा जा चुका है। एसटीएफ व आर्मी इन्टेलीजेन्स द्वारा उक्त व्यक्तियों के विदेशों में सम्बन्ध होने के बारें में तथा जिन लोगों को अभी तक इनके द्वारा विदेश भेजा गया है उनके सम्बन्ध में तथा गिरफ्तार किये गये अभियुक्तों के बैंक खातों के सम्बन्ध में जानकारी संकलित की जा रही है। उक्त के अतिरिक्त इन व्यक्तियों का किसी राष्ट्रविरोधी व आतंकवादी संगठनों से सम्बन्ध होने के बारे में भी गहनता से जाँच की जा रही है। इन व्यक्तियों द्वारा फर्जी पासपोर्ट बनाये जाने की बात भी प्रकाश में आई है जिसके सम्बन्ध में भी जाँच की जा रही है।
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ऐसे बनाते थे युवाओं को शिकार
गिरफ्तार किये गये गये तीनों अभियुक्तो से पूछ-ताछ के दौरान उनके द्वारा बताया गया कि, उनके द्वारा लागों को सेना का रिटार्यड व्यक्ति बनाकर व्यक्तियों के सेना के फर्जी दस्तावेज तैयार कर उनको अफगानिस्तान, पाकिस्तान, दुबई व इराक आदि देशों में नौकरी दिलवाने के नाम पर मोटी रकम वसूल की जाती थी। गिरफ्तार किया गया अभियुक्त रघुवीर सिंह पाल सेना का रिटार्यड व्यक्ति है तथा ग्राम जोहड़ी का वर्ष 2008 से 2013 तक उप प्रधान भी रह चुका है । पूछ-ताछ में कुछ Placement Agencies के नाम भी प्रकाश में आई हैं, जिनके सम्बन्ध में जानकारी की जा रही है।
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क्या-क्या बरामद हुआ
1. सेना की 100 पुस्तिका खाली- Discharge Book Army AUTH-ASEG23
2. 135 सार्टीफिकेट
3. 03 पुस्तिका भरी हुई
4. 03 पुस्तिका भरी हुई
5- 02 पुस्तिका भरी हुई
6. 67 पुस्तिका खाली Army.
7. 59 पुस्तिका खाली Discharge Book Army Blue.
8. 48 पुस्तिका खाली Discharge Book Army Green.
9. 44 पुस्तिका भती हुई
10. सेना के कार्यालय/विभिन्न अधिकारियों की 20 मोहरे व 02 पैड
11. 04 मोबाईल फोन
12. 01 कम्पूटर